074b2fe0c81a835b4161d1a147356976 original
Life Style

मानसिक, आर्थिक और शारीरिक परेशानियां देता है शनि साढ़े साती का ये चरण


Shani Dev: शनि साढ़े साती (Shani Sade Sati) शनि की साढ़े सात साल तक चलने वाली ग्रह दशा है. जो अच्छी भी हो सकती है और बुरी भी. अब किस व्यक्ति के लिए ये दशा कैसी होगी ये उसकी जन्म कुंडली में शनि की स्थिति को देखकर पता चलता है. इसके तीन चरण होते हैं. पहले चरण को उदय चरण, दूसरे चरण को शिखर चरण और तीसरे चरण को अस्त चरण कहा जाता है. हर चरण का प्रभाव अलग-अलग पड़ता है. एक चरण की अवधि ढाई साल की होती है. जानिए किस राशि वालों पर शुरू हो रहा है शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण. 

शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही मकर वालों पर शनि साढ़े साती का आखिरी चरण शुरू हो जाएगा, कुंभ वालों पर इसका दूसरा चरण तो मीन वालों पर पहले चरण की शुरुआत हो जाएगी. बता दें कि शनि साढ़े साती का दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्टदायी माना जाता है. इस चरण में शनि साढ़े साती अपनी चरम सीमा पर होती है. इस दौरान व्यक्ति हर तरफ से परेशानियों से घिर जाता है. इसलिए इस समय बेहद ही सावधानी बरतने की जरूरत होती है. कुंभ राशि वालों पर 29 अप्रैल 2022 से लेकर 29 मार्च 2025 तक ये चरण रहेगा. इसलिए इस राशि के जातकों को सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी.

शनि जब कुंभ राशि में गोचर शुरू करेंगे तो धनु वालों को शनि साढ़े साती से मुक्ति मिल जाएगी. ये समय आपकी लाइफ में खुशियां लेकर आएगा. जो काम आपके शनि की दशा के कारण रूके हुए थे वो फिर से बनने लगेंगे. आर्थिक और मानसिक स्थिति में सुधार आएगा. परिवार वालों का भरपूर सहयोग मिलेगा. दुश्मन परास्त होंगे. कोई सुखद समाचार सुनने को मिल सकता है. धनु राशि के अलावा मिथुन और तुला जातक भी शनि की दशा के प्रभाव से मुक्त होंगे. इन दोनों राशियों के जातकों को शनि ढैय्या से मुक्ति मिलेगी. 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

यह भी पढ़ें:



Source link

Share your feedback here