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यह एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रिडेंट्स (API) बनाने वाली और उसकी आपूर्ति करने वाली देश की प्रमुख कंपनियों में से एक है. API का इस्तेमाल दवाओं को बनाने में किया जाता है. कंपनी इस आईपीओ से 700 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. इसमें से 200 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू शामिल है. यानी आईपीओ से मिली यह रकम कंपनी के पास जाएगी. जबकि 500 करोड़ रुपये का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) होगा, जिसके तहत कंपनी के प्रमोटर सतीश वमन वाघ अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे.
जानिए कंपनी की खासियत?
यह भारत की सबसे बड़ी API मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है. यह दुनिया भर के 86 देशों को डायवर्स सेगमेंट के बेहतरीन प्रोडक्ट निर्यात करती है. कंपनी के कारोबार में रिस्क कम होने के कारण एडवांस रिसर्च, डिवलपमेंट की क्षमता के साथ मजबूत वित्तीय स्थिति है.
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पिछले तीन साल में कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ मजबूत रही है. फिस्कल ईयर 2019 में कंपनी की आमदनी 285.8 करोड़ रुपए और फिस्कल 2021 में 396.2 करोड़ रुपए रही. पिछले तीन साल में कंपनी का मार्जिन बेहतरीन ढंग से बढ़ा है. इसका प्रॉफिट फिस्कल ईयर 39.4 करोड़ रुपए और फिस्कल ईयर 2021 में बढ़कर 123.8 करोड़ रुपए हो गया है.
जानिए क्या है इस इश्यू से जुड़े जोखिम?
- कंपनी ने 500 करोड़ का IPO जारी किया है. इसमें से बड़ा हिस्सा ऑफर फॉर सेल (OFS) है. लिहाजा कंपनी को OFS में कोई रकम नहीं मिलेगी.
- कंपनी की आमदनी का बड़ा हिस्सा कुछ खास तरह के प्रोडक्ट से ही हासिल होता है. ऐसे में इन प्रोडक्ट की डिमांड में कमी का असर कंपनी की आमदनी पर पड़ेगा.
- कंपनी की आमदनी का बड़ा हिस्सा कुछ ग्राहकों से ही आता है. ऐसे में अगर इन ग्राहकों की संख्या घटती है तो कंपनी की आमदनी पर इसका बड़ा असर होगा.
- आईपीओ का करीब 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (QIB) के लिए, जबकि 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित होगा. बाकी का 15 पर्सेंट हिस्सा नॉन-क्वालिफाइड इनवेस्टर्स के लिए अलग रखा गया है. फिलहाल कंपनी की 99.98 पर्सेंट हिस्सेदारी प्रमोटर और प्रमोटर ग्रुप के पास है. आईपीओ के बाद यह घटकर 67.59 फीसदी पर आ जाएगा.
- आईपीओ से मिली रकम में से 92.3 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, 60 करोड़ रुपये कर्ज को चुकाने और बाकी रकम सामन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने में खर्च किए जाएंगे.
ग्रे मार्केट में भाव चढ़ा
मार्केट के जानकारों के मुताबिक, ग्रे मार्केट में सुप्रिया लाइफेंस के शेयर फिलहाल 250 रुपये या 91 पर्सेंट के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. यह बताता है कि इस आईपीओ में काफी निवेशक दिलचस्पी ले रहे हैं.
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