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शनि (Shani) सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह माने जाते हैं. इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में करीब ढाई साल का समय लग जाता है. वर्तमान में शनि देव मकर राशि में स्थित हैं और 29 अप्रैल से ये कुंभ राशि में गोचर करने लगेंगे. इस राशि में शनि के आते ही 3 राशि वालों की जिंदगी में उथल-पुथल शुरू हो जाएगी. कई चीजों को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी.
वृश्चिक राशि: शनि का कुंभ राशि में गोचर पढ़ने वाले जातकों के अध्ययन में बाधाएं उत्पन्न कर सकता है. जो जातक ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं उन्हें धन हानि होने की संभावना है. यदि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं तो आपकी सेहत बिगड़ सकती है. आप अपने ख़र्चों को लेकर थोड़े लापरवाह हो सकते हैं. आप इस दौरान अपने परिवार के सदस्यों पर भी ख़र्च कर सकते हैं. किसी भी काम में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. आप पर शनि ढैय्या शुरू हो जाएगी.
कुंभ राशि: आपके ऊपर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा. जो सबसे ज्यादा कष्टदायी माना जाता है. आपकी आर्थिक स्थिति में गिरावट आने लगेगी. मानसिक तनाव ज्यादा रहेंगे. तबीयत अचानक से बिगड़ सकती है. धन हानि होने के प्रबल योग हैं. इस दौरान आपको हर काम में विशेष सावधानी बरतनी होगी.
मीन राशि: इस दौरान जातकों को कुछ आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इस अवधि में आपके खर्चे आपकी आमदनी से ज़्यादा हो सकते हैं. स्वास्थ्य बिगड़ने के भी आसार हैं. इसलिए सतर्क रहें. कोई दुखद समाचार सुनने को मिल सकता है. आपको नींद न आने की शिकायत भी हो सकती है. इस दौरान सड़क पैदल चलते समय अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है. किसी प्रकार की छोटी दुर्घटना होने की आशंका है. बता दें आपके ऊपर शनि साढ़े साती का प्रारंभ होगा.
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