Important SEO Tips and Tricks in Hindi
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45+ Advanced Blogging SEO Tips 2023 in Hindi »SEO Kaise Kare


जय श्री श्याम दोस्तो:
अगर आपके पास कोई वेबसाईट या ब्लॉग हैं और आप चाहते हैं कि आपका ब्लॉग Search Engines में सबसे ऊपर रैंक करें तो आपको SEO (Search Engine Optimization) के बारें में अच्छे से जानकारी होना बहुत ही आवश्यक हो जाता हैं। क्योंकि बिना SEO के ब्लॉग को सफल बनाना और Search Results में अच्छी रैंक प्राप्त करना शायद नामुमकिन सा ही है। SEO Best Practices Guide से संबंधित इस बहुत ही महत्वपूर्ण आर्टिकल में मैने कुछ Important SEO Tips and Tricks in Hindi के बारे में बताया है जो आपको अपने ब्लॉग के लिए जरूर इस्तेमाल करनी चाहिए।

इस SEO Tips and Tricks in Hindi Guide को कैसे Use में ले?

SEO से संबंधित नीचे बताई गई सभी जानकारी विशेषकर हेल्पफुल रहने वाली है अगर:

  • आप एक SEO Beginner हो और एक Full SEO Practices 2023 Guide in Hindi  की तालाश कर रहे हो ताकि उसकी हेल्प से आप भी ब्लॉगिंग में आगे बढ़ सकें।
  • आप एक Advanced SEO Knowledge रखने वाले हो और बस अपनी Knowledge को थोड़ा और Refresh करना चाहते हो। (कुछ न कुछ तो इस SEO Tutorial Guide in Hindi से सीखूंगा ही)।
  • आप अपने Client को अच्छे से समझाना चाहते हो ताकि वे अच्छे से समझ सकें कि आप क्या कर रहे हो, आप ऐसा क्यों कर रहे हो और अभी क्या और अच्छा करने की जरूरत है?

मैने इस SEO Tips in Hindi 2023 Tutorial को आपकी सुविधा के लिए अलग अलग Categories के हिसाब से रखा है ताकि आप Topic Vise अच्छे से समझ सकें कि SEO Kaise Kare? तो चलिए आपका अधिक समय न लेते हुए एक एक करके इस पोस्ट के important Topics की तरफ बढ़ते हैं:

1. Title Ke Liye Best SEO Practices in Hindi

किसी भी Content के बेहतरीन SEO के लिए उसका Title बहुत ही important Role Play करता है क्योंकि सबसे पहले Title ही Visitors को आपकी Site पर आने के लिए Encourage करता है। नीचे मैंने कुछ टाईटल से संबंधित Best SEO Tips and Tricks in Hindi के बारे में बताया है जो आपको जरूर फॉलो करनी चाहिए:

कंटेंट के Titles में Keywords का इस्तेमाल करें:

आपके आर्टिकल का जो भी Main Keyword हैं उसको Post के Title में जरूर रखे। ऐसा करने से Blog Post का Title Search Results में और भी Relevancy के साथ Visitors को दिखाई देगा और उसके उस पर Click करने के और भी अधिक Chances बन जाएंगे।

Post Titles को Short और Descriptive रखें:

कोशिश करें कि Post का टाईटल ज्यादा लंबा न हो इसको छोटा और Post को अच्छे से Describe करते हुए होना चाहिए जिससे Visitors को आपके Content के बारे में सही से idea लग सकें क्योंकि ये आपके Readers को आपकी ब्लॉग पोस्ट के बारे में एक Quick Overview देता हैं जिससे उन्हें पता चलता है कि आपकी पोस्ट उनके Search किए जाने वाले टॉपिक से संबंधित है या नहीं।

इसके विपरीत यदि आप Post Title को Long रखते हैं तो Search Results में वो पूरा दिखाई ही नहीं देगा जिससे Visitors Confuse हो सकते हैं और आपकी Post को छोड़कर किसी दूसरे Search Results पर Click कर सकते हैं। इसीलिए Post के Title को Short ही रखना चाहिए। इसके अलावा Descriptive Title से मेरा मतलब है कि आपकी Post में क्या हैं और किस प्रकार की जानकारी आप अपने Readers को दे रहे हैं? क्लिक करने से पहले Readers को इसके बारे में अच्छे से पता चल सके।

अपने Post Title को Catchy रखे:

किसी भी ब्लॉगर को अपने ब्लॉग के लिए एक Catchy Post Title की सबसे अधिक जरूरत होती हैं। एक अच्छा Post Title आपके ब्लॉग का Traffic और Engagement दोनो को बढ़ाने में बहुत मददगार होता हैं।

आपके Post Title से ही Readers Decide करते हैं कि उन्हें आपके ब्लॉग पर Visit करना चाहिए या नहीं। इसीलिए आपको अपने Post Title को Catchy और Attractive रखना बहुत ही आवश्यक हो जाता हैं।

अपने Post Title में Numbers का प्रयोग करें:

अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के Titles को और भी Catchy और Clickable बनाना चाहते हैं तो इसमें नंबर का इस्तेमाल करना जरूर करना चाहिए। नंबर Post Titles को Easy to Understand बनाते हैं और Readers को आपकी Post के Main Points को समझने में भी आसानी होती हैं।

Numbers का उपयोग करने से Readers को आपकी Post के बारे में एक Clear idea हो जाता हैं। यदि आप अपने ब्लॉग पर “How to” से संबंधित Articles Publish करते हैं तो Numbers का इस्तेमाल करना और भी अधिक important हो जाता हैं जैसे कि ” “5 Simple Ways To Lose Weight Without Exercise”.

अपने Titles में Emotional Words का इस्तेमाल करें:

अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के टाईटल को Readers के Emotional के साथ भी जोड़ना चाहते हैं ताकि वो आपकी Post के साथ Emotionally Attach हो सके तो आपको Title में इमोशनल शब्दो को भी स्थान देना होगा। ये ऐसे शब्द होते हैं जो Readers को आपकी Post के प्रति दिल से जोड़ देते और आपकी Post को और भी interested बना देते हैं।

इससे Readers का Engagement बढ़ता है और आपके ब्लॉग के ट्रैफिक को भी Boost मिलता हैं। Emotional Words के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं: “Life-Changing, “Inspiring”, “Unbelievable” आदि। आप कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करके अपने Post Title को और भी Catchy और interesting बना सकते हो।

अपने टाईटल में Question का इस्तेमाल करें:

यदि आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के टाईटल में Question से संबंधित शब्दो का इस्तेमाल करते हैं तो इससे Readers की उत्सुकता ब्लॉग पोस्ट के प्रति काफी बढ़ जाती हैं और पोस्ट को Readers के लिए और भी interested बनाते हैं। Question Based Titles Readers के लिए Engaging और interactive होते हैं।

ऐसे पोस्ट टाईटल Readers के question को भी Solve करते हैं Readers को लगता है कि वो इससे कुछ नया सीखने वाला है या फिर किसी प्रोब्लम का सॉल्यूशन उसे मिलने वाला है। कुछ Question Based Title के Example इस प्रकार हो सकते हैं: Seo Kaise Kare in Hindi? और WordPress Blog Ke Liye Best Hosting Kaun si Hai?” अगर आप ऐसे टाईटल अपनी Posts में Use करेंगे तो आपका Traffic भी बढ़ेगा और Readers का आपके ब्लॉग के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा।

अगर आप ऊपर बताए गए सभी तरीको को ध्यान में रखते हुए अपनी ब्लॉग पोस्ट का टाईटल रखेंगे तो कामयाबी आपके ब्लॉग से अधिक दूर नहीं है। जाहिर सी बात है आपका ब्लॉग ट्रैफिक बढ़ेगा तो ब्लॉग की रैंकिंग और Revenue दोनो में ही फायदा होगा। और किसी भी Successful Blogger और ब्लॉग के लिए ये दोनो चीजे ही चाहिए।

2. Meta Descriptions के लिए SEO Best Practices in Hindi

Meta Descriptions SEO के लिए एक बहुत ही important Factor होता हैं क्योंकि इसकी Help से आपके ब्लॉग पर आने वाले Visitors को आपके Content के बारे में सही information प्राप्त होती हैं जिसकी वजह से Visitors आपके कंटेंट को पढ़ने के लिए Encourage होते हैं। Meta Descriptions आपकी Post की Short Description होती हैं जो Search Engine Results (SERPs) में आपकी Blog Post Title के नीचे दिखाई देते हैं जिससे Readers को आपकी Blog Post के बारे में एक Quick Brief मिल जाता हैं।

नीचे मैंने इसी से सम्बंधित कुछ Best SEO Techniques in Hindi के बारे में बताया है जो आपको अपने हर कंटेंट के Meta Description के लिए जरूर Follow करनी चाहिए।

अपने Meta Descriptions को छोटा ही रखे:

जब भी आप अपनी किसी भी पोस्ट को Meta Description से Optimize करें तो इसमें Characters की Limit 155 तक ही सीमित रखें क्योंकि Search Engine में Meta Description की लिमिट केवल 155 Characters तक ही होती हैं। अगर आप इससे अधिक शब्द रखते हैं तो Search Engine Results (SERPs) में वो Display ही नहीं होगा। इन्ही लिमिटेड शब्दो के अंदर ही आपको अपनी Post के Main Points को Briefly Summarize करना हैं और Readers को अपनी पोस्ट के बारे मे Attract करना हैं।

Meta Description में भी इमोशनल शब्दो को जगह दे:

जैसा कि मैंने ऊपर शुरुआत में ब्लॉग पोस्ट के Title में इमोशनल शब्दो को रखने के लिए बताया था उसी प्रकार के शब्दो को आप Post की Meta Description में भी रख सकते हो। ये भी ठीक उसी प्रकार से Readers के Emotions के साथ Attach होंगे जैसे कि टाईटल में, और आपके कंटेंट को Read करने के लिए उनके मन में रुचि भी पैदा होती हैं।

Meta Descriptions में call-to-action का भी प्रयोग करें।

Call-to-Action भी Blog Ranking के लिए एक Best SEO Tips in Hindi हैं। अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के Meta Description में call-to-action का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपके ब्लॉग और ब्लॉग पोस्ट दोनों को बढ़िया CTR (click-through rate) मिलता हैं।

Call to Action Words, Readers के लिए आपकी ब्लॉग पोस्ट को interested बनाते हैं और उन्हें आपके ब्लॉग पर Visit करने के लिए Encourage करते हैं। इस तरह के शब्दो के Example कुछ इस प्रकार हो सकते है जैसे कि “Learn More”, “Explore”, “Discover”, “Find Out”, “Sign Up”, और “Get Started” आदि। आप इस प्रकार के शब्दो को Meta Description में स्थान देकर उसे Visitors के लिए और भी अधिक Compelling बना सकते है।

Meta Descriptions में Focus Keywords को भी जरूर रखे:

अच्छे से Keyword Research करने के बाद आप जिस भी Main Keyword के साथ अपनी ब्लॉग पोस्ट लिख रहे हैं ध्यान से उस Focus Keyword को भी Meta Description में रखें। इससे अच्छा CTR तो मिलेगा ही साथ ही साथ आपकी Blog Post के Feature Snippet में आने के Chances भी काफी बढ़ जाते हैं।

3. Headings के लिए Best SEO Tutorial in Hindi

Headings SEO के लिए Most important factors में से एक होती हैं क्योंकि ये आपकी Content का वो पहलू हैं जो Readers को आपके ब्लॉग पर Visit करने से पहले Search Results में दिखाई देता हैं। अगर आप अपने ब्लॉग को सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन फ्रेंडली बनाना चाहते हैं तो Heading Tags का सही इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है।

Heading Tags (H1, H2, H3, H4 आदि) आपके Content के Structure को Organize करते हैं और Search Engines को आपके कंटेंट के बारे में समझाने में मदद करते हैं। Heading Tags को सही तरीके से Use करके आप अपने Blog की SEO Performance को भी improve कर सकते हैं। यहां नीचे मैंने कुछ Heading से संबंधित Best SEO Tips in Hindi के बारे में बताया है जो आपको जरूर मालूम होनी चाहिए:

Headings को Short और Descriptive रखना चाहिए:

आपको अपनी ब्लॉग पोस्ट की हेडिंग्स को शॉर्ट और डिस्क्रिप्टिव रखना SEO के हिसाब से बहुत ही आवश्यक है। Short Headings Readers के लिए Easy to Understand होती है और आपकी पोस्ट के बारे में एक Clear idea भी देती हैं।

आपकी Headings को Relevant और Focused रखना चाहिए। कभी भी Headings में ज्यादा शब्दों का इस्तेमाल न करें। Heading short और descriptive होने के साथ-साथ, Attractive और Catchy भी होनी चाहिए। यदि आप हेडिंग लिखते समय इन बातों को ध्यान में रखेंगे तो ब्लॉग के प्रति आपके Readers का Engagement तो बढ़ेगा ही आप अपने ब्लॉग के ट्रैफिक को भी काफी अधिक Boost कर सकेंगे।

Headings में Target Keywords का उपयोग करें।

अगर आप अपने ब्लॉग की हेडिंग को एस-ई-ओ फ्रेंडली बनाना चाहते हैं तो Target Keyword का उपयोग करना बहुत जरूरी है। Target Keyword वो Words होते हैं जो आपकी Post के Main Topic से Related होते हैं और सर्च इंजन के Algorithms के अनुसार आपकी पोस्ट को Rank करने में हेल्प करते हैं।

आप अपनी Post के Main Topic के आधार पर Keyword चुन सकते हैं और फिर उन्हें अपनी Headings में Add कर सकते हैं। इससे Search Engines किसी भी Post को आसानी के साथ Crawl कर लेते हैं जो Post की जल्द रैंकिंग में काफी Helpful हो सकता हैं।

अपनी Headings को Hierarchy में Organize करें:

अपनी ब्लॉग पोस्ट में सभी Headings को Hierarchy में Organize करना बहुत महत्वपूर्ण कार्य हैं। Headings Hierarchy ब्लॉग पोस्ट की Readability को improve करती हैं और Readers को पूरी पोस्ट में क्या-क्या Topics Cover किए गए हैं इसको एक बार में ही अच्छे से समझने और मदद करती हैं।

सबसे महत्वपूर्ण Heading पोस्ट Title होता हैं, उसके बाद Main Heading आती हैं जैसे  H1, H2, H3 और H4. H1 Heading एक ही बार आती हैं जिसका Size सबसे बड़ा होता हैं, जबकि H2 का Size उससे छोटा और H3 का Size H2 से छोटा होता हैं। इसी प्रकार H4 का साइज H3 से भी छोटा होता हैं। Heading Hierarchy का उपयोग करके आप अपनी ब्लॉग पोस्ट को Organized और Easy-to-Read बना सकते हैं।

अपनी Headings को Bold और Attractive रखे:

ब्लॉग पोस्ट में Headings को Bold और Attractive रखना Readers के लिए बहुत ही जरूरी है। बोल्ड हेडिंग रीडर्स को आपकी पोस्ट के Main Points को समझने में मदद करती हैं और उनको आपकी ब्लॉग पोस्ट के बारे में Quick Overview भी मिल जाता हैं।

Attractive Headings Readers का Attention attract करती हैं और उन्हें आपकी पोस्ट को पढ़ने के लिए interested भी बनाती हैं। आप चाहें तो ब्लॉग पोस्ट में Headings को Italic, Underline या Different Color से भी लिख सकते हो। इससे आपकी Headings और भी अधिक Noticeable लगती हैं और आपके पूरे ब्लॉग के Overall Look को भी बढ़िया करती हैं।

अपनी Headings को Update करते रहें:

अगर आप अपने ब्लॉग को Regularly Update करते हैं तो आपको अपनी Headings को भी Update करना बहुत जरूरी है। Headings Readers को आपकी Post के बारे में पता चलने में Help करती हैं।

अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट की Headings को Updated Content के हिसाब से Update नही करते हो तो Readers Content और Headings के साथ ताल मेल नहीं बिठा पाने के कारण जल्द ही आपकी पोस्ट को छोड़कर चले जाते है जिससे आपकी साइट का Overall Bounce Rate भी बढ़ने लगता है जो SEO के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है।

इसीलिए आपको अपनी ब्लॉग पोस्ट की हेडिंग को लगातार समय-समय पर अपडेट करते रहना बहुत जरूरी हो जाता है। इससे आपके ब्लॉग का SEO तो improve होता ही है इसके साथ साथ ब्लॉग पोस्ट के प्रति यूजर्स के इंगेजमेंट में भी Boost मिलता है।

4. Structure Data के लिए Best SEO Techniques in Hindi

ब्लॉगिंग में Structure Data भी एक बहुत ही Important SEO Settings में से एक हैं जिसे Google और दूसरे Search Engines Use करते हैं। यह आपके ब्लॉग के Overall Content को Search Engines के लिए Understandable बनाता हैं जिससे आपकी साइट की Ranking में काफी improvement मिलता हैं और आपकी साईट Search Engine Results Pages में Highlighted भी होने लगती हैं।

आप अपनी साईट में Structured Data को improvement करने के लिए schema.org का उपयोग कर सकते हैं। आप अपनी साईट के Content के लिए Appropriate Schema को चुन करके उसे implement कर सकते हैं। इससे आपकी वेबसाइट के कंटेंट के लिए Search Engines को Relevancy पता चलती हैं और साईट की रैंकिंग को improve करने में Help मिलती हैं। यहाँ नीचे मैंने Structure Data से सम्बंधित कुछ Most Effective SEO Techniques in Hindi के बारें में बताया हैं जो आपको अपनी साईट के SEO Improvement के लिए जरुर इस्तेमाल करनी चाहिए।

सही Structured Data Type का चुनाव करें:

Structured Data आपकी वेबसाइट के Content को Search Engines के लिए Easy to Understand बनाने में Help करता हैं। एक सही Structured Data Type का चुनाव करना SEO के हिसाब से बहुत ही जरुरी बन जाता हैं ताकि आपकी साईट Search Engine Results Pages (SERPs) में अच्छी रैंकिंग प्राप्त कर सकें।

आपकी साईट के कंटेंट के हिसाब से ही आपको Structured Data Type का चुनाव करना चाहिए। उदहारण के लिए, यदि आप Recipes से सम्बंधित कंटेंट Publish करते हैं तो आपको “Recipe” Structured Data Type का उपयोग करना चाहिए और अगर यदि आप Affiliate Marketing करते हैं और Product Sell कर रहें हैं तो इस अवस्था में आपको “Product” Structured Data Type का उपयोग करना सही रहेगा।

इसी तरह से अपनी साईट के कंटेंट को ध्यान में रखकर सही Structured Data Type का Selection करके आप अपनी साईट की Search Engine Rankings को काफी Boost कर सकते हैं।

Structured data को सही तरीके से implement करें:

Structured data एक ऐसा Code हैं जो Search Engines को आपके ब्लॉग या वेबसाइट के Content के बारें में information देता हैं। इस Code का उपयोग करके आप अपनी साईट के कंटेंट को सर्च इंजन के लिए सही तरीके से Optimize कर सकते हैं और सर्च इंजन रैंकिंग को improve कर सकते हैं। Structured data को Implement करना बहुत ही आसान हैं, लेकिन इसकोसही तरीके से implement करना भी बहुत ही जरुरी हैं।

सबसे पहले आपको Structured data के लिए Relevant Schema Markup का Selection करना होगा। Schema Markup काफी प्रकार के होते हैं जैसे Article, Product, Review, Event आदि। आपको अपने ब्लॉग के कंटेंट के अनुसार ही Relevant Schema Markup का Selection करना होगा।

स्ट्रक्चर्ड डाटा को इंप्लीमेंट करने के लिए सबसे पहले आपको अपने ब्लॉग के HTML Code में Code Snippets को Add करना पड़ेगा। आप चाहें तो Google Structured Data Testing Tool का उपयोग करके अपने Code Snippets को Test कर सकते हैं और उसके अनुसार बताए गए Errors को Fix कर सकते हो।

अपने Structured Data को Validate करें:

Structured Data जो कि schema.org के साथ HTML में उपयोग किया जाता हैं, Search Engine Bots को आपकी साईट के Content को सही तरीके से समझाने में Help करता है। Structured Data के बिना Search Engine Bots आपकी साईट के Content को सही तरीके से समझ नहीं पाते हैं। जिसके कारण आपकी साईट की Search Engine Ranking भी Effect हो सकती हैं।

इसीलिए आपको अपने Structured Data को Validate करना भी बहुत जरूरी है। आप Google के Structured Data Testing Tool की Help इसे Validate कर सकते हो और इससे संबंधित किसी भी Error को Fix कर सकते हो। इससे आपकी साईट की Search Engine Ranking और Traffic दोनो improve होते हैं।

Structured data में Target Keywords का इस्तेमाल करें:

जैसे आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के Title, Description और Headings में Targeted Keywords का इस्तेमाल करते हैं ठीक उसी प्रकार आपको Structured Data में भी मुख्य कीवर्ड का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा कर आप अपने ब्लॉग के Content को और भी अधिक SEO Optimize कर सकेंगे।

स्ट्रक्चर डाटा को मुख्य कीवर्ड से Optimize करने से सर्च इंजन आपके ब्लॉग को एकदम सही कीवर्ड के लिए रैंक करते हैं और इससे आपके ब्लॉग का Overall Traffic भी Boost होता हैं।

Structured Data मे images और videos का उपयोग करें:

यदि आप अपने ब्लॉग में images और Videos का Content Publish करते हैं तो आपको इनमे भी स्ट्रक्चर डाटा को ध्यान से Add करना चाहिए। स्ट्रक्चर डाटा इमेजिस और विडियोज को भी सर्च इंजन के लिए Easy to Understand बनाता हैं और इन्हें भी सर्च रिजल्ट्स में Visitors अच्छे से Display करता है।

Images और Videos को Structure Data के द्वारा Tag करके आप उन्हें Search Engine में अच्छे से index कर सकते हो। आपको images और Videos में उचित और ऐसे Alt Tags और Captions का इस्तेमाल करना चाहिए जो इन्हें Easily Explain कर सकें।

5. Best SEO Tutorial for URLs in Hindi

किसी भी साईट के SEO के लिए URLs बहुत ही important Factor होते हैं। URLs आपकी ब्लॉग पोस्ट का एड्रेस होता हैं और यह Search Engines के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। यदि आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के URLs को सही तरीके से Optimize नही करते हैं तो आपके ब्लॉग की Search Engine Ranking पर काफी गलत प्रभाव पड़ सकता हैं। नीचे मैंने कुछ URL SEO Optimization Tips in Hindi के बारे में जानकारी दी हैं जिन्हें आपको जरूर Follow करना चाहिए।

URLs को short और Simple रखे:

अपनी ब्लॉग पोस्ट के URLs को छोटा और Simple रखना भी SEO का एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर हैं। Short URLs रखने से Users को आपके ब्लॉग पर Visit करने में आसानी होती हैं और आपके ब्लॉग की SEO Ranking में भी Benefit मिलता हैं।

इस प्रकार के URLs Visitors के लिए Easy to Remember भी होते हैं और एक ब्लॉग की Brand पहचान को भी Boost करता है। Simple URLs रखने से Users को आपके ब्लॉग के कंटेंट को Find करने में आसानी होती हैं और ब्लॉग की नेविगेशन भी इंप्रूव होती हैं। इसीलिए Good SEO Health के लिए यह जरूरी है कि आप अपनी Blog Post के URL को Short और Simple ही रखे।

Post URLs में Focus Keyword का इस्तेमाल करें:

Blog Post URLs में Focus Keyword इस्तेमाल करने से आपके ब्लॉग के SEO (Search Engine Optimization) में बहुत फायदा होता हैं। URL आपके ब्लॉग के Pages का Address होता हैं। Target Keyword Blog Post URL में रखने से Search Engines आपके Pages को अच्छे से समझ पाते हैं और एकदम सटीक Search Queries के साथ Results में दिखाते हैं।

इससे आपके ब्लॉग के Pages को Search Results में रैंक करने में आसानी होती हैं। इसके अलावा Blog Post के Main Keyword को URL में रखने से Blog Post को SEO Friendly बनने में भी काफी Help मिलती हैं। जैसे “https://www.example.com/seo-tips-for-beginners” इस URL में “SEO Tips for Beginners” एक Targeted Keyword हैं।

Post URL में Stop Words का इस्तेमाल न करें:

अगर आप अपने ब्लॉग के URLs को SEO Friendly बनाना चाहते हैं तो URLs के साथ आपको Stop Words को बिल्कुल Avoid करना चाहिए। Stop Words ऐसे Words होते हैं जिन्हें आमतौर पर Search Engines के द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता। यदि आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के URL इस प्रकार के Words को Use में लेते हैं तो वो URL SEO Friendly नही बन पाता है।

उदाहरण के तौर पर कुछ Stop Words इस प्रकार हो सकते हैं जैसे कि: “and”, “of”, “to”, “in”, “to” और “the” आदि। ऐसे शब्दों को अपने URL में न रखकर आप उसे छोटा और अधिक क्लियर बना सकते हैं। इससे Search Engines आपकी ब्लॉग पोस्ट को आसानी से Crawl कर सकते हैं और जाहिर सी बात है फिर आपके ब्लॉग का ट्रैफिक भी बढ़ेगा।

Blog Post में Permanent URLs का इस्तेमाल करें:

Permanent URLs को “Permalinks” कहते हैं ये URLs हमेशा के लिए Fix मतलब कि Same रहते हैं। इस तरह के URLs का उपयोग करके आप अपने ब्लॉग के लिए Long Term Benefits प्राप्त कर सकते हो। कोई भी Permanent URL आपकी ब्लॉग पोस्ट का एक यूनिक Address होता हैं जो कभी भी Change नही होता। इससे आपकी पोस्ट को सर्च इंजन और रीडर्स को Easily Access करने में आसानी होती हैं।

अगर आप Future में कभी भी किसी भी कारणवश पोस्ट के इस Permanent URL को Change कर देते हैं तो उस Post का सारा SEO गड़बड़ा जाता हैं जोकि आपके ब्लॉग के Overall SEO के लिए बिल्कुल भी Healthy नही रहता हैं। हालांकि आप Re–direction की Help से इस पर कंट्रोल कर सकते हो लेकिन कोशिश करें कि इसे Change ही न करना पड़े।

Redirects का इस्तेमाल सही तरीके से करें:

किसी भी साईट के ट्रैफिक को सही तरीके से Maintain करने के लिए URL Redirects बहुत ही जरूरी और ध्यान में रखने वाली बात है क्योंकि जैसा कि मैंने अभी अभी ऊपर बताया था कि अगर आप किसी भी पोस्ट के URL को बदलना भी चाहते हैं तो तो उसके SEO को और ट्रैफिक को पहले की तरह ही Maintain रखना Redirection Technique से ही संभव है।

किसी भी पोस्ट के Unique URL को बदले जाने पर Old URL को New URL पर बिना SEO को impact हुए शिफ्ट करना ही Redirection कहलाता हैं। जिसको सही तरीके से इंप्लीमेंट करना भी बहुत जरूरी है नही तो Post का पूरा SEO डाउन हो सकता हैं।

Redirects का उपयोग सही तरीके से करने के लिए 301 Redirect का प्रयोग किया जाना चाहिए। 301 Redirect Search Engine को बताता है कि Old URL को Permanently New URL पर Redirect किया गया है। इससे आपकी साईट के SEO पर भी Positive impact होता हैं

6. Site navigation और sitemaps के लिए Best SEO Settings in Hindi

Site Navigation और Sitemaps की भी आपके ब्लॉग के SEO में काफी महत्वपूर्ण भूमिका रहती हैं। Site Navigation में आपको अपने ब्लॉग के Pages और Categories को अच्छे तरीके से Organize करना चाहिए ताकि ब्लॉग पर आने वाले Users और Search Engines दोनो को ही आसानी हो आपके ब्लॉग को Navigate करने में।

ब्लॉग का Sitemap Create करने से Search Engines को Blog के अंदर के सभी Pages के बारे में एक Clear Structure मिल जाता हैं जिससे सभी Blog Pages को Search Engines में जल्दी और आसानी से index होने में मदद मिलती हैं। इसीलिए Site Navigation और Sitemaps को सही से Optimize करना Healthy SEO के लिए बहुत जरूरी है। इसी से संबंधित कुछ important SEO Tips in Hindi के बारे में मैने नीचे बताया है जिन्हें आपको जरूर Follow करना चाहिए।

Simple Navigation design का इस्तेमाल करें:

किसी भी ब्लॉग का डिजाईन कितना User Friendly और Simple हैं, इससे Users को आपके ब्लॉग पर अधिक समय बिताने में आसानी होती हैं। Simple Navigation Design Users को आपके ब्लॉग पर Easy Access देता हैं और आसानी से उनके जरूरत के Page पर पहुंचने में मदद करता हैं।

एक अच्छा और सिंपल नेविगेशन डिजाईन आपके Readers को आपके ब्लॉग के सभी Sections और Pages तक Easily Access करने में Help करता हैं। आप अपने ब्लॉग के कंटेंट और स्ट्रक्चर को भी अच्छे से Organize करके, Users को Better Browsing Experience Provide करा सकते हो।

Navigation में internal links का इस्तेमाल करना चाहिए:

Blog Navigation Optimization करने का सबसे बढ़िया तरीका है कि आप internal Linking का उपयोग करें। Internal Links आपके ब्लॉग की Posts और Pages के बीच बीच मे रखे जाते हैं जिसके माध्यम से Readers आपके ब्लॉग के और भी अधिक Relevant Content तक पहुंच जाते है।

इससे आपके ब्लॉग के Engagement को बढ़ने में काफी Help मिलती हैं और आपके ब्लॉग का Overall Bounce Rate भी improve हो जाता हैं। इसके अलावा आपको अपनी पुरानी Posts में नई Posts की और नई पोस्ट में पुरानी पोस्ट की interlinking भी करनी चाहिए। ऐसा करने से आपके Readers को आपके ब्लॉग के लगभग सभी Content तक पहुंचने में आसानी होती हैं।

Sitemap का इस्तेमाल करें:

किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट के Owner को अपनी साईट के लिए एक Sitemap जरूर बनाना चाहिए। Sitemap किसी भी ब्लॉग के लिए एक ऐसा important Document होता हैं जो आपके ब्लॉग के Pages और Links के लिए एक Organized List Provide करता हैं इससे सर्च इंजन को आपकी साईट को समझने में आसानी होती हैं और आपकी साईट के सभी Pages और Posts को index करने में भी मदद मिलती हैं।

साइटमैप आपकी साईट के SEO के लिए बहुत ही important factor हैं और आपके ब्लॉग की Search Ranking को भी improve करता हैं इसीलिए आपको अपनी साईट के लिए एक XML Sitemap Generate जरूर करना चाहिए।

Sitemap को Submit करें:

जैसा कि मैंने अभी ऊपर बताया कि साइटमैप एक ऐसी important file हैं जो आपकी साईट के सभी URLs को List करके रखती हैं। इससे Search Engine Crawlers आपकी साईट के Pages को आसानी से index कर सकते हैं और साईट की सर्च इंजन रैंकिंग भी अधिक इंप्रूव हो सकती हैं।

अगर आप अपनी वेबसाईट का साइटमैप सर्च इंजन में सबमिट नहीं करते हैं तो सर्च इंजन आपकी वेबसाईट के Pages को आसानी से index भी नहीं कर सकेंगे। साइटमैप सबमिट करने के लिए आपको Google Search Console और Bing Webmaster जैसे Tools का उपयोग करना होगा। इससे आप अपनी वेबसाईट के ट्रैफिक को भी increase कर सकते हैं।

7. Internal Linking के लिए Best SEO Tips in Hindi

Internal Linking एक SEO Technique हैं जो आपके ब्लॉग की रैंकिंग और Engagement को improve improve करती हैं। इंटरनल लिंकिंग का मतलब होता हैं अपने ब्लॉग की एक पोस्ट में दूसरी पोस्ट का लिंक देना। इससे रीडर्स आपके ब्लॉग पर और भी अधिक समय बिताते हैं और जितना अधिक समय कोई रीडर आपके ब्लॉग को देगा उतना ही अधिक Bounce Rate इंप्रूव होगा जोकि ब्लॉग की हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है।

आगे इस पोस्ट में मैने SEO Best Practices for internal Linking in Hindi के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई है जिनका उपयोग करके आप अपने ब्लॉग की internal Linking को SEO के हिसाब से काफी Improve कर सकते हैं और अपने ब्लॉग के SEO को Boost कर सकते हैं।

Relevant Anchor Text का इस्तेमाल करें:

Anchor Text का इस्तेमाल भी ब्लॉग के SEO और Traffic increase में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Anchor Text वो टेक्स्ट होते हैं जो Hyperlink के Through Click करने पर Redirect होते हैं। और जब भी बात आती है Anchor Text की तो Relevant Anchor Text का रोल काफी अधिक हो जाता हैं। इसीलिए Anchor Text का बहुत बड़ा इंपैक्ट होता हैं आपके ब्लॉग के ट्रैफिक पर।

आपको अपने Anchor Text को Relevant और Descriptive रखना बहुत जरूरी है ताकि रीडर्स को पता चल सके कि वो लिंक किस बारे मे हैं। उदाहरण के तौर पर जैसे कि अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट में “On Page SEO” के बारे में बता रहे हैं तो एंकर टैक्स्ट में “On Page SEO” ही होना चाहिए। इससे Readers को आपके ब्लॉग के कंटेंट की Clarity हो जाती हैं और वो आसानी से नेविगेट हो सकते हैं।

Broken Links को Fix करें:

Broken Links किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं। ये आपकी वेबसाईट के SEO और User Experience दोनो पर काफी बुरा प्रभाव डालते हैं। आपकी साईट के अंदर कुछ ऐसे Links जो काम नहीं कर रहे हैं जिन पर क्लिक करने पर 404 Error Display होता हैं ऐसे लिंक्स को ही Broken Links कहा जाता हैं।

इस प्रकार के Links आपके Readers को गलत पेज पर या फिर जैसा कि मैंने पहले बताया 404 Error पेज पर Redirect करते है। जो किसी भी User के लिए Frustrating Experience की तरह होता हैं। इसीलिए आपको नियमित तौर पर अपनी साईट पर इस प्रकार के Broken Links को Check करते रहना चाहिए और उन्हें जरूर से Fix करना चाहिए। आप Google Search Console और कई अन्य प्रकार के Online Tools का उपयोग करके अपनी वेबसाईट के Broken Links को Fix कर सकते हो।

Important Pages को internal Links से Connect करें:

अगर आपने अपने ब्लॉग के लिए कोई Custom Homepage Design किया हुआ है तो आपको अपने ब्लॉग के कुछ important Pages को Homepage से जरूर Link करना चाहिए। जैसे कि अगर आप Affiliate Marketing करते हैं तो एफिलिएट मार्केटिंग से सम्बन्धित अपने महत्वपूर्ण Pages और Blog Posts को होम पेज से Direct लिंक कर सकते हैं।

ऐसा करने से जब कोई Reader आपके मैन होम पेज पर आएगा तो उसके उन सभी important pages पर क्लिक करने के काफी अधिक Chances रहेंगे। इसके अलावा हर ब्लॉग पर कुछ ऐसी Articles जरूर होते हैं जो सबसे अच्छे रैंक होते हैं और उन पर ट्रैफिक भी अधिक आता हैं आप ऐसे आर्टिकल्स में अपनी New Blog Posts की इंटरनल लिंकिंग कर सकते हैं। जिससे आपके नई आर्टिकल्स पर भी अच्छा ट्रैफिक आने के चांसेज काफी बढ़ जायेंगे।

8. SEO best practices for images in Hindi

SEO के लिए images का भी बहुत important Role रहता हैं क्योंकि images आपके Content को Visually Appealing और informative बनाती हैं। आपके ब्लॉग के Overall Traffic में इस्तेमाल की गई images का भी काफी कुछ योगदान रहता हैं। इसीलिए आपको Blog Post में Use की गई images के SEO की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। नीचे मैंने important image SEO Best Practices in Hindi के बारे में बताया है कि अपने Blog पर Image SEO Optimization कैसे करे जो आपको जरूर फॉलो करनी चाहिए।

Relevant File Name का इस्तेमाल करना चाहिए:

जब भी आप अपने ब्लॉग में किसी image का इस्तेमाल करते हैं तो अपलोड करने से पहले ही आपको उसे एकदम सही नाम से Rename कर लेना अति आवश्यक है जोकि आपकी पोस्ट के टॉपिक को अच्छे से Describe करता हो। जैसे कि अगर आप SEO से Related कोई पोस्ट लिखने जा रहे हैं तो उसके लिए Use की गई image का नाम “best-seo-tips-in-hindi.jpg” रख लेना चाहिए।

इससे जब भी कोई SEO से संबंधित Image Search करेगा तो image Search Results में आपकी इमेज के रैंक होने के काफी Chances बढ़ जायेंगे और वहां से भी आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आ सकेगा। इसीलिए कोई भी इमेज अपलोड करने से पहले उसे टॉपिक से संबंधित नाम से Rename जरूर कर लें।

Alt text का इस्तेमाल करें:

आपको ब्लॉग पर यूज की जाने वाली हर image के साथ Relevant Alt Text का ध्यान से इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि Google किसी भी इमेज को Read नही कर सकता हैं वह केवल किसी भी image के साथ दिए गए Alt Text से images की पहचान करता हैं।

आपने जो भी Image Alt Text Use किया होगा Google उसी से संबंधित Keyword के Search किए जाने पर आपकी इमेज को सर्च रिजल्ट्स में दिखाएगा। Alt Text Search Engines को आपकी image की Relevancy के बारे में सही जानकारी प्रोवाइड करता हैं। इसीलिए ये भी जरूरी है कि आप हर इमेज को उस से Relevant Alt Text के साथ जरूर जोड़े।

Image Sitemap Create करें:

अपने ब्लॉग की सभी images को Search Engine में index कराने के लिए आपको image Sitemap बनाना बहुत ही जरूरी है। Image Sitemap में आप अपने ब्लॉग की सभी images के URLs को Add करना चाहिए जिससे Search Engines उन्हें Easily Index कर सकें।

Image Sitemap बनाने से सर्च इंजन को आपकी images के बारे में ज्यादा और सटीक जानकारी मिल जाती हैं जैसे कि image का URL, Caption, Title और Description. इससे आपकी images को Search Engines में रैंक करने में मदद मिलती हैं और आपकी साईट के ट्रैफिक को भी Boost करने में Help होती है। इमेज साइटमैप बनाने के लिए आप किसी भी Sitemap Generator tool का उपयोग कर सकते हो।

Image Size और Format Optimize करें:

आप अपने ब्लॉग में जितनी भी images का इस्तेमाल करते हैं तो image Size और Format को Optimize करना बहुत जरूरी है। अगर आप अपनी images को Optimize नही करते हो तो आपके ब्लॉग को Slow Loading Speed जैसी समस्या को झेलना पड़ सकता हैं। इसलिए आपको images को Compressed और Optimize Format में Save करके अपने ब्लॉग पर upload करना चाहिए।

इस मामले में image का JPEG Format काफी सही रहता हैं क्योंकि JPEG format images का उपयोग करने से image की Quality भी Maintain रहती हैं और image size भी काफी कम हो जाता हैं जो आपके ब्लॉग के Loading Time को Fast बनाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और Readers को आपके ब्लॉग को Access और Navigate करने में आसानी होती है।

Image caption का इस्तेमाल करे:

ब्लॉग पोस्ट में इस्तेमाल की गई सभी images में image caption का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। इमेज कैप्शन से मेरा मतलब है इमेज के नीचे लिखे जाने वाले Words या Phrases. इमेज कैप्शन से आपके Readers को आपके पोस्ट के बारे में और भी अधिक जानकारी मिलती और वह आपके कंटेंट को समझने में आसानी महसूस करते हैं इसके साथ ही इमेज कैप्शन अपने ब्लॉग पोस्ट को Search Engine Optimization (SEO) Friendly बनाता है। आप अपने इमेज कैप्शन में Keywords का उपयोग करके अपने ब्लॉग पोस्ट को और भी अधिक Searchable बना सकते हैं।

यह भी जरुर पढ़ें:
Image Optimization Kaise Kare? – Image Optimize Karne Ki 8 Tips

9. SEO best practices regarding mobile-friendliness in Hindi

आजकल, अधिकतर User अपने मोबाईल के द्वारा ही internet access करते हैं। इसीलिए आज के समय में किसी भी ब्लॉग की सफलता के लिए उसका Mobile Friendliness होना बहुत ही महत्वपूर्ण बन गया है। अपने ब्लॉग को Mobile Friendly कैसे बनाए? ताकि आपका भी सफलता को ऊंचाईयों तक अपने आप को पहुंचा सके, इसी से संबंधित आगे इस post में मैने कुछ Mobile Friendliness को लेकर Best SEO Practices in Hindi के बारे में बताया है जिन्हें आपको जरूर अपने ब्लॉग के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।

Responsive design का इस्तेमाल करे:

आज के डिजिटल युग में, किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट का Responsive होना भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। Responsive Design से मेरा मतलब है कि आपकी साईट का Layout ऐसा होना चाहिए कि वो किसी भी Device जैसे कि Desktop, Laptop, Tablet और मोबाईल में भी Properly Display हो सकें।

Responsive Design से आपके ब्लॉग का User Experience भी काफी improve होता हैं और ब्लॉग पर आने वाले Visitors अधिक समय तक ब्लॉग पर समय भी देते हैं। मोबाईल इंटरनेट यूजर की संख्या बढ़ने के कारण Responsive Design की importance भी काफी बढ़ गई हैं। इसीलिए अगर आप अपनी वेबसाईट के Readers को एक अच्छा User Experience देना चाहते हैं तो आपको अपनी साईट के लिए Responsive Design का उपयोग करना बहुत ही जरूरी है।

Font Size और Type Optimize करें:

अगर आप अपनी ब्लॉग पोस्ट को Visually Appealing बनाना चाहते हैं तो आपको ब्लॉग पोस्ट में इस्तेमाल होने वाले Fonts Type और Fonts Size को Optimize करना भी बहुत ही जरूरी है। एक सही Font Size और Type Selection आपके Readers को आपके Content को आसानी से पढ़ने में Help करता हैं।

आपको एक Readable Font Size Choose करना चाहिए, जिससे Text एकदम Clear दिखे और Readers की आखों पर अधिक जोर न पड़े। अगर एक सही फॉन्ट साइज की बात करें तो वह 14–16 Pixels का होना चाहिए। इसके अलावा Font Type का चुनाव भी काफी महत्वपूर्ण है, आपको एक Professional और Easily Readable Font Select करना चाहिए। कुछ Popular Fonts जैसे Arial, Helvetica, और Verdana आपकी ब्लॉग पोस्ट को लिखने के लिए अच्छे Options हो सकते है।

Mobile Website Speed Optimize करें:

जैसा कि मैंने अभी कुछ पहले इस पोस्ट में ऊपर बताया कि आज के समय में अधिकतर इंटरनेट यूजर मोबाईल का ही इस्तेमाल करते हैं इसीलिए आपको सबसे पहले मोबाईल को ध्यान में रखते हुए ही अपने ब्लॉग को Optimize करना चाहिए। जिसमे आपके ब्लॉग की Page Loading Speed एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर हैं। आपको इस Web Page Loading Speed के समय को जितना हो सके उतना कम से कम रखने की कोशिश करनी चाहिए।

क्योंकि पेज लोडिंग स्पीड भी Google और अन्य बाकी Search Engine के लिए एक important SEO Factor में से एक हैं। जितनी अच्छी आपके ब्लॉग की लोडिंग स्पीड होगी आपके ब्लॉग को Search Results Ranking में उतना ही फायदा होगा। इसके अलावा Readers भी ऐसे ब्लॉग पर अधिक समय बिताना पसंद करते हैं जो कम से कम समय में Web Pages को उनके लिए डिस्प्ले करा सकें। जो किसी भी ब्लॉग के Bounce Rate को कम करने मे मतलब कि improve करने बहुत सहायक है।

सिर्फ इतना ही नहीं जितना अधिक से अधिक समय Readers आपके ब्लॉग पर व्यतीत करेंगे उतना ही ब्लॉग का Overall Watch Time बढ़ेगा और आपकी रैंकिंग भी इंप्रूव होगी। इसीलिए कोशिश करें कि आपके ब्लॉग कीर सकते हैं जैसे कि Compressed images, Minify CSS और सीJavaScript, Cache Plugin का उपयोग, और Mobile-friendly design आदि।

Mobile-Friendly Navigation का इस्तेमाल करे:

अगर आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को User Friendly बनाना चाहते हैं तो आपके ब्लॉग का Navigation Part भी Mobile Friendly होना चाहिए। Mobile Friendly Navigation से मेरा मतलब है कि आपके ब्लॉग या वेबसाइट का Navigation System मोबाईल डिवाइस पर भी Smoothly काम करना चाहिए।

आपको अपने Blog के Menu को Responsive Design में बनाने की जरूरत है ताकि वो छोटी स्क्रीन वाले डिवाइस पर भी सही तरीके से दिखें। Mobile-friendly navigation से यूजर को आपके ब्लॉग के अलग–अलग Sections तक आसानी से पहुंचने का मौका मिलता हैं। इससे उनका ब्राउजिंग एक्सपीरियंस इंप्रूव होता हैं और फिर उनका आपके ब्लॉग पर दुबारा Visit करने का भी काफी Chance बन जाता हैं।

10. SEO best practices for promoting the site in Hindi

एक Successful Blog के लिए या फिर किसी भी Successful Blogger के लिए सटीक तरीके से Blog का Promotion करना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि यह आप भी जानते आज के समय में चाहें कोई नई फिल्म हो या फिर कोई ब्लॉग पॉपुलैरिटी पाने के लिए और Successful होने के लिए Promotion बहुत ही जरूरी है।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए मैने आगे इस पोस्ट में कुछ ऐसी Blog Promotion Tips in Hindi के बारे में बताया है जो आपको अपने ब्लॉग को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए मतलब कि ब्लॉग प्रमोशन के लिए इस्तेमाल करने चाहिए।

Social Media का इस्तेमाल करे:

किसी भी ब्लॉग को प्रमोट करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना एक बहुत ही प्रभावी तरीका है। Social Media Platforms जैसे कि Facebook, Instagram, Twitter, और LinkedIn आदि आपको अपने ब्लॉग के कंटेंट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में मदद करते हैं।

आपको अपने ब्लॉग के Articles, infographics, और Videos को Social Media पर शेयर कर करना चाहिए। इसके अलावा आप अपने ब्लॉग के Social Media Pages और Groups बनाकर अपने Followers के साथ Easily Contact बना सकते हैं।

सोशल मीडिया के द्वारा अगर आप चाहें तो अपनी ब्लॉग पोस्ट को Scheduled Posts के रूप में भी सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं, ताकि आपका Content Regular और Consistent तरीके से दिख सकें। Social Media का एकदम सही तरीके से इस्तेमाल करके आप अपने ब्लॉग की Search Visibility और Reach काफी बढ़ा सकते हैं।

Guest Posting का इस्तेमाल करे:

New Bloggers के लिए अपने ब्लॉग को Promote करने के लिए Guest Posting भी एक बहुत ही सफल तरीको में से एक माना गया हैं। Guest Posting का मतलब होता हैं दूसरे ब्लॉग या वेबसाइट पर अपने Articles Publish करना। इस की Help से आप अपनी Target Audience तक पहुंच सकते हैं और आपके ब्लॉग का अच्छे से प्रमोशन भी हो जाता हैं।

काफी सारे ऐसे Blogs होते हैं जो Guest Posting Accept करते हैं आपको अपने Blogging Niche से संबंधित कुछ ऐसे ही Blogs या Websites को Find करना है और उनके लिए एक अच्छी से Post लिखनी होगी। इसके बाद उस ब्लॉग के जितने भी Readers आपकी उस Guest Post को Read करेंगे तो आपके ब्लॉग के बारे में भी उन्हे जानने को मिलेगा और फिर वहां से Backlink के कारण काफी ट्रैफिक आपके ब्लॉग पर भी आने के Chances बन जाएंगे।

इतना ही नहीं गेस्ट पोस्टिंग से आपके ब्लॉग की Visibility और Authority दोनो ही बढ़ती हैं जो आपके ब्लॉग की सफलता में एक बहुत ही महत्वपूर्ण फैक्टर हो सकता हैं। इसीलिए हर एक ब्लॉगर को अपने ब्लॉग के प्रमोशन के लिए Guest Posting Feature को जरूर इस्तेमाल करना चाहिए।

11. SEO Best Practices for analyzing your site and users in Hindi

समय समय पर आपको अपने ब्लॉग को लगातार Analysis करना भी बहुत ही जरूरी कार्य हैं क्योंकि इससे आपको पता चलता है कि आपका ब्लॉग Overall कैसा परफॉर्म कर रहा है और उस पर क्या सही है और क्या नहीं।

अच्छे से Analysis करने के बाद आप उससे संबंधित जरूरी Steps ले सकते हैं और अगर कुछ चीजें सही से Perform नही कर रही है तो उन्हें Fix भी कर सकते हो जिससे आपके ब्लॉग की Performance Search Engines में और भी बेहतर हो सकें। नीचे इस पोस्ट में मैने कुछ ऐसी ही जरूरी Search Engine Optimization Tips and Tricks in Hindi के बारे में बताया है जो आपको अपने ब्लॉग के लिए जरूर इस्तेमाल करनी चाहिए।

Google Analytics का इस्तेमाल करे:

अपने ब्लॉग के Analytics को अच्छे से समझने के लिए Google Analytics गूगल का ही एक बहुत बढ़िया Tool हैं। इसका इस्तेमाल करने से आपको पता चलता है कि आपकी साईट पर कितना ट्रैफिक आ रहा हैं, आने वाले Readers का साईट के प्रति Behavior क्या हैं, Traffic Sources, और ब्लॉग पर पब्लिश किस तरह के कंटेंट को वो अधिक पसंद कर रहे हैं आदि?

Google Analytics की हेल्प से आप यह पता भी पता लगा सकते हैं कि आपके ब्लॉग के कौन कौन से कंटेंट सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं मतलब कि कौन कौन सी ब्लॉग पोस्ट Readers के द्वारा सबसे अधिक पढ़ी जा रही है इसके बाद आप उन्हीं posts से रिलेटेड और भी अच्छे अच्छे Content अपने ब्लॉग पर पब्लिश कर सकते हो जिससे ब्लॉग पर ट्रैफिक भी बढ़ेगा और Google AdSense या Affiliate Marketing से आप ब्लॉग से पैसे भी कमा पायेंगे।

जो जो भी मैने अभी Google Analytics के बारे में अभी बताया यह कुछ भी नहीं है इसके अलावा भी अपने ब्लॉग की काफी चीजों के लिए इसे इस्तेमाल कर सकते हो।

Technical SEO Check करें:

Technical SEO जिस पर अधिकतर Bloggers कम ही ध्यान देते हैं और जिसकी वजह से उनके ब्लॉग की Search Ranking धीरे-धीरे कम होती चली जाती हैं। Technical SEO से संबंधित issues आपके ब्लॉग को Search Engines के लिए Less User Friendly बना देते हैं।

Technical SEO किसी भी साईट या ब्लॉग के SEO की एक ऐसी Technical Term होती हैं जिसकी Help से Search Engine Crawlers आपकी साईट को Fast और Easily Index कर सकते हैं। आगे इस पोस्ट में मैने Technical एसईओ से संबंधित ही कुछ महत्वपूर्ण बातें पर प्रकाश डाला है जो आपको अच्छे से समझनी और फॉलो करनी चाहिए।

Site Speed का Analysis करें:

मैने इस पोस्ट में पहले भी बताया था कि आपकी साईट की Loading Speed की SEO में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। Google Search Engine के लिए Site Speed भी एक Most important Factor हैं। ब्लॉग की लोडिंग स्पीड फास्ट होने से Watch time तो बढ़ता ही हैं इसके अलावा Website के Bounce Rate में भी काफी सुधार देखने को मिलता हैं। एक अच्छी लोडिंग स्पीड साईट को Search Engines में भी उच्च रैंकिंग प्राप्त करने में काफी मदद करती हैं।

वैसे इस टॉपिक पर इस पोस्ट में मैने पहले भी बताया हैं इसीलिए मैं समझता हूं कि किसी भी टॉपिक को एक ही पोस्ट में बार बार रखने की उतनी जरूरत भी नहीं है इसीलिए चलिए अगले प्वाइंट की तरफ बढ़ते हैं।

User Feedback का इस्तेमाल करे:

ब्लॉग पर आने वाले Readers से ब्लॉग के प्रति Feedback प्राप्त करना भी एक सफल ब्लॉग के लिए बहुत ही जरूरी होता हैं क्योंकि User Feedback से ही आपको मालूम चलता है कि आपके ब्लॉग पर User को क्या पसंद आ रहा है और क्या नहीं। इससे आपको साईट के कंटेंट को और भी अच्छे से Optimize करने में और User Experience को improve करने में हेल्प मिलती हैं।

User Feedback के लिए आप अपनी ब्लॉग पोस्ट के अंत में पूछ सकते हैं कि आपको ये पोस्ट कैसी लगी, आपको इस पोस्ट से क्या कुछ सीखने को मिला? अगर आपको किसी और टॉपिक के बारे में Details में जानना है तो वो भी आप नीचे Comments में हमें बता सकते हैं हम उससे संबंधित एक अच्छा सा और ज्ञानवर्धक आर्टिकल आपके लिए लेकर आएंगे। आदि। इस प्रकार की बातो को आप अपनी ब्लॉग के नीचे लिख सकते हो।

Competitor Analysis करें:

यह तो आपने सुना ही होगा कि जितना अधिक कंपटीशन उतना ही अधिक अच्छा रिजल्ट भी देखने को मिलता हैं। ठीक वैसे ही ब्लॉगिंग भी है। आपके Blogging Niche से संबंधित जो भी आपके Competitors हैं उनके ब्लॉग को भी आपको जरूर से Check करते रहना चाहिए इससे आपके पता चलता रहता हैं कि आपके Competitors आपसे क्या अलग और अच्छा कर रहे हैं और उस से Related आप अपनी साईट के Optimization के लिए और क्या क्या कर सकते हो।

(Conclusion) आज आपने क्या सीखा?

अगर आपने इस SEO Tips and Tricks in Hindi आर्टिकल को शुरू से लेकर यहां तक पूरा पढ़ा है तो इतना तो मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आपको अपने ब्लॉग का या कोई भी SEO Friendly Blog Post लिखनी हैं तो आप काफी अच्छे से किसी भी पोस्ट को लिख सकते हो।

क्योंकी इस पूरे SEO Tutorial in Hindi की तरह लिखे गए आर्टिकल में मैने इसी बात को सबसे अधिक प्रमुखता दी है कि एक शुरुआती ब्लॉगर के लिए भी SEO को समझना और SEO Optimize Article लिखना काफी Easy हो जाए। और इसके बाद आपको अपने ब्लॉग का प्रमोशन भी किस प्रकार करना चाहिए और करते समय किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए इस बारें में भी आपको SEO से सम्बंधित इस महत्वपूर्ण पोस्ट में सीखने को मिला हैं।

मुझे आसा है कि आज की इस पोस्ट से आपको Basic Search Engine Optimization Tips के बारे में काफी कुछ सीखने को मिला होगा और अपने आगे आने वाले ब्लॉग्गिंग सफ़र में आप इन SEO Tips को जरुर फॉलो करेंगे।

आप सभी को जय श्री श्याम।
HAPPY BLOGGING!



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